जोनाई , निज संवाददाता , 08 सितंबर :--- भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा में पिछले कई वर्षों से केसीसी ऋण वितरण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में पिछले 6 सितंबर को जोनाई कृषक मुक्ति संग्राम समिति और छात्र मुक्ति संग्राम समिति ने संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन जोनाई में किया गया । संवाददाता सम्मेलन में कृषक मुक्ति संग्राम समिति की केन्द्रीय समिति के उपाध्यक्ष सैफ पाव , सहायक सचिव रुद्र भूंञा और
कृषक मुक्ति संग्राम समिति की आंचलिक समिति के अध्यक्ष हेम पेगु और सचिव सतीश ताव आदि सहित कई नेता उपस्थित थे। संवाददाता सम्मेलन में कृषक मुक्ति संग्राम समिति की केन्द्रीय समिति के सहायक सचिव रुद्र भूंञा ने कहा कि एसबीआई की जोनाई शाखा में कृषि ऋण वितरण में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी और भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाते हुए इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग सरकार से की है।
सहायक सचिव रुद्र भूंञा ने कहा कि एसबीआई की जोनाई शाखा में कृषि ऋण वितरण में बैंक के अधिकारियों और कर्मचारीयों और अधिकतर दलालों की मिलीभगत से हिताधिकारियों को अंधेरे में रखकर परिचय पत्र और जमीन के कागजातों को सम्पादित करके एसबीआई शाखा से करोड़ों रुपए की हेराफेरी और गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है।
श्री भुंईया ने कहा कि बैंक अधिकारियों , दलालों और स्थानीय कम्प्यूटर दुकानदारों की मिलीभगत में हिताधिकारियों के आंखों में धूल झोंककर अवैध रूप से केसीसी ऋण वितरण किया गया है।श्री भुंईया कहा कि उदाहरण के तौर पर 18 फरवरी 2021 को एसबीआई खाता संख्या 33505737956 से योगाराम पेगु के नाम पर फर्जी तरीके से पासबुक तैयार कर प्रकृत खाताधारक के अनुपस्थिति में अज्ञात तरीके से 50000 पचास हजार रुपए आपुन पेगु नामक एक दलाल महिला ने बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से आसानी से निकाल लिया। श्री भुंईया ने कहा कि योगाराम पेगु के नाम पर कहीं भी मियादी पट्टे का जमीन नहीं रहने के बावजूद भी दलाल महिला आपुन पेगु ने केसीसी ऋण लेने के दौरान जोनाई के मनोज कुम्बांग के नाम पर लाट नंबर एक नंबर ताराजान राजस्व गांव के 302 नंबर के दाग के जमीन के जमाबंदी कपी को व्यवहार किया है।
इस संदर्भ में भुक्तभोगी मनोज कुम्बांग ने पिछले साल 01 दिसंबर को जोनाई सदर पुलिस थाना में एक मामले दर्ज कराई थी और 02 जून को मुख्यमंत्री के सीएम विजीलेंस शाखा में इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग में लिखित शिकायत की थी ।मुख्यमंत्री के विजीलेंस शाखा ने धेमाजी सदर के पुलिस अधीक्षक को मेमो नंबर SVC/RSI/Allgn/149/2022 के जरिए पुरी घटना की जांच करने के आदेश दिए गए थे। दुसरी ओर भुक्तभोगी मनोज कुम्बांग ने इस संदर्भ में एसबीआई की डिब्रूगढ़ स्थित जेनरल मैनेजर को लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। बड़े ही अफसोस कि बात है कि भुक्तभोगी को न्याय दिलाने के विपरित एसबीआई के शीर्ष क्रम के अधिकारियों ने तत्कालीन शाखा प्रबंधक पंकज कुमार सिंह, एकाउंटेंट दिपांकर दास , लालची ग्राहक एसोसिएट ग्यांतो देवरी और फिल्ड आफिसर प्रींस अहमद सहित कई घोटाले बाज कर्मचारियों को तबादले कर करोड़ों रुपए घोटाले के मामले को ठंडा कर दिया।
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